19 लाख का जहरीला गुटखा जब्त



19 लाख का जहरीला गुटखा जब्त

नवी मुंबई। मंथन संवाददाता। 

जहां एक तरफ भारत सरकार और राज्य सरकार लोगों को कैंसर से मुक्ति दिलाने के लिए गुटके को बैन कर चुकी है। वहीं दूसरी ओर धन के लालची राक्षस जनता को किसी भी प्रकार से मौत के मुंह में धकेलने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। यह सभी जानते हैं गुटके को बनाने में विभिन्न प्रकार के जहरीले पदार्थ के साथ सड़ी गली तंबाकू का मिश्रण डाला जाता है। लेकिन जीवन का मूल्य न समझने के कारण नशेड़ी किसी भी प्रकार महंगे दामों पर गुटका प्राप्त कर क्षणिक आनंद प्राप्त करना चाहते हैं। इसी कारण वर्षभर गुटके की बरामदगी होती रहती है। अभी नवी मुंबई पुलिस के एंटी नारकोटिक्स दल ने विदेशों से रायगढ़ और नवी मुंबई ले जाया जा रहा है जहरीला गुटखा बरामद किया। इस टीम के  वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बी.एस सैयद और उनकी टीम ने पिछले हफ्ते गुरुवार आधी रात से शुक्रवार सुबह तक मुंब्रा पनवेल हाईवे पर धनसर टोल बूथ पर जाल बिछाया.  सुबह साढ़े पांच बजे एक टेंपो की तलाशी लेने पर पुलिस को एक खाली सब्जी ठेले के नीचे छिपे अवैध गुटखा के पैकेट मिले और पुलिस ने लगभग 10 लाख रुपये मूल्य के गुटखा के पैकेट जब्त किए हैं।

सरी छापेमारी में गुटखा परिवहन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाली एक महिंद्रा बोलेरो टेंपो से भी जहरीला गुटखा जब्त किया गया।  इसकी कीमत 7 लाख रुपये है।  तीसरे ऑपरेशन में कलंबोली थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय पाटिल ने गोपनीय सूचना मिलने के बाद रोडपाली क्षेत्र के कालूबलू नगर के कमरा नंबर 15 में तलाशी ली तो पाया कि 24 वर्षीय बालक चितरंजन बारिक से दो लाख रुपये का गुटखा जब्त किया।

प्रश्न यह है कि गुटखा बनाने वाली कंपनियों को ढूंढ कर क्यों नहीं बंद किया जाता? क्या इन कंपनियों से अवैध वसूली कर गुटखा बनाने की छूट दी जाती है इस प्रश्न का उत्तर सरकार को देना चाहिए?

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