गांधीजी का" करो या मरो "का नारा आज भी जरूरी - डॉ सुनिलम

गांधीजी का" करो या मरो "का नारा आज भी जरूरी   - डॉ सुनिलम

ठाणे । ९अगस्त १९४२ में "ब्रिटिश साम्राज्य चले जाव" का नारा देकर भारतीय जनता को महात्मा गांधीजी ने आवाहन किया था कि, आज से अपने आप आजाद समझो और आजादी के लिए " करो या मरो." सभी कांग्रेस के नेता जेल में थे। जनता आगे आकर आंदोलन चलाया था। जो आजादी आंदोलनों में सबसे बड़ा आंदोलन था।

    आज जिनके हाथों में सत्ता है देश की सारी ऐतिहासिक धरोहर को कार्पोरेट हाथों बेच रहे हैं। निजीकरण के माध्यम से हर क्षेत्र में अडाणी अंबानी जैस पूंजीपतियों को बढावा देकर किसानों, मजदूरों के विरोध में जुलमी कानून बनाकर आर्थिक- सामाजिक की अन्यायकारी स्थिती निर्माण कर रहे हैं। जल, जंगल, जमीन, सरकारी संस्थाओं, रेल्वे, बैंक, एल.आय.सी. को बेचकर, अडाणी अंबानी को सौंपा जा रहा. देश में धार्मिक कट्टरवाद फैलाकर अल्पसंख्याक समुदायों को टार्गेट बनाया जा रहा है। 
    सेंट्रल विस्टा के नाम से देश की धरोहरों के नामोनिशान मिटाने का षडयंत्र सुरू है। ऐसे में सभी सामाजिक, राजकीय आंदोलन - जन आंदोलनों को एक साथ आकर  आजादी बचाओ, देश बचाओ, संविधान बचाओ, ऐतिहासिक धरोहरों को बचाओ और देश की जनता की आजादी का नारा बुलंद करने आवाहन भी श्री सुनिलम ने किया।
    ठाणे में मराठी ग्रंथ संग्रहालय में. आयोजित सभा प्रमुख वक्ता के तौर पर संवाद सभा में बोल रहेथे।
एन.ए.पी.एम की अगुवाई में विभिन्न संघटनाओं द्वारा क्रांती दिवस पर शहीदों को अभिवादन और अगले सालभर आजादी संवर्धन और जनता के अधिकरों के लिए सामुहिक अभियान चलाने का  संकल्प भी लिया गया।
    सभा के सुरुवात में महात्मा गांधी उद्यान में स्थित शहीद स्तंभ को अभिवादन कर सभा सुरू की गयी थी।
    सभा में अजय भोसले ने बेरोजगारी, टी. ललिता ने महिला स्थिती, धोंडीराम खराटे ने आरोग्य व्यवस्था, चंद्रभान आजाद ने संविधान के मुल्य, गिरीश भावे ने सरकार द्वारा थोपे जारहे जुलमी कानूनों का पर्दाफाश किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता लक्ष्मीछाया पाटील ने की। कार्यक्रम की शुरूवात में मुक्ता श्रीवास्तव ने क्रांती गीत सादर किया। प्रस्तावना भास्कर गव्हाळे ने रखी । मनिषा जोशी ने कार्यक्रम में सभी को संकल्प दिलाया। कार्यक्रम का सूत्रसंचालन उन्मेष बागवे ने किया ।डॉ सुनिलम का परिचय जगदीश खैरालिया ने किया अंत हर्षलता कदम ने आभार प्रदर्शन किया।
    सभा में वंदना शिंदे, नरसी झाला, कामगार नेता सुनील चिटणीस, एड. रवि जोशी, सुब्रतो भट्टाचार्य, प्रवीण खैरालिया, सुभाष तन्वर आदि कार्यकर्ताओं सहित सैकडो स्त्री - पुरुष व युवा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आयोजन एन.ए.पी.एम, राज्य सरकारी कर्मचारी मध्यवर्ती संघटना, आयटक, ठाणे जिल्हा, बहुजन असंघटीत कामगार युनियन, कामगार एकता कमिटी, स्वराज अभियान, महाराष्ट्र घरेलू कामगार युनियन, श्रमिक जनता संघ, समता विचार प्रसारक संस्था, म्युज फाऊंडेशन, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिती, TUCI,महाराष्ट्र, शहीद भगतसिंग युवा फेडरेशन आदि संघटनाओं द्वारा किया गया था।
    कार्यक्रम यशस्वी करने के लिए , सुनील दिवेकर,अजय चिंडालिया, अंकुश चिंडालिया आदि युवाओं.ने विशेष श्रम लिए।

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