महाड पोलादपुर को चाहिए बाढ़ के दर्द से मुक्ति

 महाड पोलादपुर को चाहिए बाढ़ के दर्द से मुक्ति 


ठाणे।  कोकण और पश्चिम महाराष्ट्र में आई बात के बाद भी यहां के प्रभावित क्षेत्रों में बर्बादी का मंजर खुली आंखों से देखा जा रहा है । महाड पोलादपूर की स्थिति तो बहुत ही गंभीर है । बाढ़ में तबाह हुए लोगों को यहां अतिरिक्त मदद की आवश्यकता है।  इस बात का खुलासा ह्यूमन राइट सेवा ट्रस्ट  दिवा ने किया है।

ट्रस्ट के पदाधिकारियों का कहना है कि उन्होंने महाड पोलादपूर के 12 गांव का हाल अपनी आंखों से देखा है । ट्रस्ट पदाधिकारियों का कहना है कि यहां अभी भी निजी और सरकारी स्तर पर बाढ़ प्रभावित लोगों को विशेष मदद की आवश्यकता है।विदित हो कि ह्यूमन राइट्स सेवा ट्रस्ट दिवा और मराठा सेवा संघ के पदाधिकारियों ने महाड पोलादपूर का दौरा किया।  दोनों ही सेवाभावी संस्थाओं द्वारा 12 गांव का निरीक्षण कर हुई क्षति का जायजा भी लिया गया।  सेवा ट्रस्ट और सेवा संघ के पदाधिकारियों ने यहां के कई गांव में जाकर  राहत सामग्रियां पहुंचाई और उन्हें मदद के तौर पर विभिन्न सामग्रियों उपलब्ध करवाई।  इन बातों की जानकारी देते हुए ह्यूमन सेवा ट्रस्ट के  वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि महाड पोलादपुर की स्थिति को देखकर किसी  के भी आंख में पानी आ सकता है।दिवा से महाड पोलादपुर के 12 गांव का दौरा कर बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने वालों में भारतीय मराठा संघ के  एस डी पाटील आर्किटेक, प्रकाश पाटील और उनके सहयोगी तथा *ह्यूमन सेवा ट्रस्ट* के वीरेंद्र गुप्ता, आशिष ठक्कर,अनिल गुप्ता और अन्य सहयोगी शामिल थे। 
    ह्यूमन सेवा ट्रस्ट दिवा और मराठा सेवा संघ के पदाधिकारियों ने यहां के  *वरण, खरवली, बिरवाडी,काळीज, नातेखिंडी, नडगाव,सोमगाव जय श्री  सहित 12 गांव में जाकर बाढ़ के कारण हुई क्षति का जायजा लिया । इतना ही नहीं दोनों संस्थाओं ने वहां सेवाभावी कार्य करते हुए लोगों को चादर,  चटाई,  घरेलू उपयोगी सामग्रियां,   नैपकिन और विभिन्न तरह की दवाइयां व मेडिकल किट लोगों को मदद के तौर पर दी। जबकि बाढ़ के कारण इन गांव में बिजली,  पानी और आवागमन की गंभीर समस्या पैदा हुई है।  इन समस्याओं का समाधान प्रशासकीय स्तर पर ही तत्काल संभव है । दूसरी ओर बाद  जाने के बाद इन गांव में लोग बीमार भी पड़ रहे हैं । बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की भी आवश्यकता है।  इन बातों का जिक्र करते हुए वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि लोग अधिक से अधिक सहायता और मदद पाने के इच्छुक हैं । गुप्ता ने सेवाभावी संस्थाओं से आग्रह किया है कि वे इन बाढ़ प्रभावित गांव को मदद उपलब्ध करवाएं। सेवा ट्रस्ट और मराठा सेवा संघ ने राज्य सरकार से अपील किया है कि बाढ़ में तबाह हुए महाड पोलादपुर के 12 गांव में जल्द से जल्द अतिरिक्त सहायता उपलब्ध करवाएं।  साथ ही इन बाढ़ प्रभावितों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करते हुए प्रभावितों को निधि उपलब्ध करवाई जाए।  ताकि वे कुछ ना कुछ हद तक आर्थिक समस्याओं से राहत का अनुभव कर सके।  ह्यूमन सेवा ट्रस्ट दिवा और मराठा सेवा संघ के पदाधिकारियों ने इन गांव के बाढ़ प्रभावितों को आश्वस्त दिया कि वह आगे भी किसी न किसी रूप में उन्हें मदद उपलब्ध कराने का अपना प्रयास जारी रखेंगे । 

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