महिला ने महिलाओं के लिए साकार किया आधुनिक महिला अस्पताल
महिला ने महिलाओं के लिए साकार किया
आधुनिक महिला अस्पताल
आधुनिक महिला अस्पताल
ठाणे। कुशल महिला चिकित्सकों ने मुंब्रा-शिल के कल्याणफाटा में केवल महिलाओं के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त अस्पताल साकार किया है। वैसे अस्पताल का शुभारंभ आगामी १५ अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर होगा। सबसे अधिक गौरव की बात है कि इस अस्पताल में महिला रोगियों का इलाज तो महिला डॉक्टरों द्वारा किया जाएगा, लेकिन इसके साथ ही अस्पताल का पूरा प्रबंधन महिला शक्ति के हाथों में ही रहेगा। जबकि इस अस्पताल की सुरक्षा तथा देखरेख की जबाबदारी भी महिलाओं के कंधों पर ही होगी। क्वींस केयर नामक यह अस्पताल शुरू होने से पहले ही लोगों की नजर में छा गया है।
कल्याणफाटा में शुरू होनेवाला क्वींस केयर अस्पताल पूरी तरह से बनकर और सजधज कर रोगियों की सेवा के लिए अपने आपको तैयार कर चुका है। अस्पताल संचालिका आफरीन सौदागर का दावा है कि क्वीस केयर अस्पताल में कुछ ऐसी चिकित्सा सुविधा होगी जो अब तक दक्षिण एशिया के अंतर्गत आनेवाले किसी भी देश के अस्पतालों में नहीं है। उपरोक्त जानकारी देते हुए क्वीस केयर अस्पताल की संचालिका आफरीन सौदागर ने बताया कि इस अस्पताल का शुभारंभ १५ अगस्त को दोपहर १२.३० बजे होगा। इस बाबत सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
शिळ गांव के आमरा मेडोज में इस असपताल का शुभारंभ किया जानेवाला है। अस्पताल की विशेषताओं तथा चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी देते हुए अस्पताल संचालिका आफरीन सौदागर ने कहा कि इस अस्पताल के अस्तित्व में आने के बाद किसी भी तरह के गंभीर रोगियों को लेकर मुंबई भागने की प्रवृत्ति बहुत हद थमनेवाली है। इतना ही नहीं नवजात शिशुओं के किसी भी तरह की सर्जरी की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस अवसर पर ठाणे मनपा परिवहन समिति सदस्य शमीम खान, शकील सिद्दिकी के साथ ही अन्य डॉक्टर भी उपस्थित थे।
क्वींस केयर अस्पताल संचालिका सौदागर ने बताया कि अस्पताल में कर्मचारी, नर्सिंग स्टाफ, वॉर्ड बॉय, सुरक्षारक्षक के तौर पर महिलाएं अपनी सेवा देंगी। इतना ही नहीं अस्पताल में २४ घंटे एमडी डॉक्टरों की उपलब्धता होगी। दक्षिण एशिया में पहली बार इस अस्पताल में एनआईसीयू में पांडा वार्मर चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इनबिल्ट ईसीजी के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों से अस्पताल लैस है। अस्पताल में महिला प्रसूति, बाल रोग, कैंसर आदि का भी उपचार किया जाएगा। अस्पताल में केवळ नवजात शिशु और महिलाओं को ही भर्ती किया जाएगा।