टक्केवारी की बलि चढ़ा साबे गांव रोड

 टक्केवारी की बलि चढ़ा साबे गांव रोड 

ठाणे। दिवा प्रभाग समिति के अंतर्गत बनने वाले दिवा स्टेशन से सांबे गांव रोड के काम में भारी बंदरबांट हुई।  जिस कारण रोड का निर्माण घटिया दर्जे का किया जा रहा था।  इस मामले का पर्दाफाश भाजपा के ठाणे शहर जिला उपाध्यक्ष निलेश पाटिल ने किया । लेकिन अब पाटिल के इस पर्दाफाश के बाद स्थानीय नगरसेवकों की परेशानी बढ़ गई है।  वे अपने को बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं । पाटिल का आरोप है कि स्थानीय नगरसेवक नागरिकों के आक्रोश से बचने के लिए अधिकारियों की ढाल का सहारा ले रहे हैं।
जब दिवा प्रभाग समिति का दौरा स्थानीय सांसद और ठाणे मनपा के अधिकारियों ने किया था तो उस दौरान दो-तीन मिनट का समय भी दौरा टीम को साबे गांव रोड आने नहीं दिया गया । यह सब स्थानीय नगरसेवकों की ही साजिश थी । इस बात का खुलासा करते हुए निलेश पाटील ने मांग की है कि दिवा में रोड निर्माण कार्य का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाए तो किए गए भ्रष्टाचार का अपने आप खुलासा हो जाएगा।
पाटिल का आरोप है की जब सांबे गांव  रोड निर्माण का काम चल रहा था तो उस समय स्थानीय नगरसेवक क्या कर रहे थे।  इतना महत्वपूर्ण कार्य होने के बाद भी उन्होंने सार्वजनिक तौर पर साबे गांव  रोड का दौरा कर जारी कार्यों का निरीक्षण नहीं किया जबकि स्थानीय नगरसेवक एक मामूली नाले की भी सफाई करवाते हैं तो वहां फोटो खींचने की प्रतियोगिता लग जाती है।  लेकिन साबे रोड पर उनकी नजर नहीं पड़ी।  इससे साफ होता है कि  रोड बनाने में भारी मिलीभगत हो रही थी।  जिसका पर्दाफाश आखिर भाजपा पदाधिकारियों ने किया। जिस कारण इस रोड का निर्माण नए सिरे से किया जा रहा है । यह जनता की जीत का प्रतीक है। रोड निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार में निश्चित तौर पर स्थानीय नगरसेवकों की भी सहभागिता है और वह अब इससे बचने के लिए स्टंटबाजी कर रहे हैं । इस सच्चाई को यहां की जनता समझ रही है। 

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