सरोवर दर्शन सोसाइटी की मनमानी से परेशानी

सहायक निबंधक से की गई शिकायत



ठाणे। ठाणे  के पांचपाखाडी परिसर स्थित सरोवर दर्शन कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी संस्था के मनमानी कामकाज को लेकर प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई की गई है। ठाणे झोपडपट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण सहकारी संस्था के सहायक निबंधक कुमार चव्हाण ने महाराष्ट्र सहकारी संस्था अधिनियम -१९६० के कलम ७८ अ(१), और  नियम -१९६१ के  नियम-६३अ अन्वये प्राप्त अधिकार के अनुसार चंदनवाडी स्थित सरोवर दर्शन को-ऑप.हौ.सोसा. लि. ठाणे इस संस्था के  पदाधिकारी व समिती सदस्यों को व्यवस्थापक समिति से निष्कासित कर दिया है। साथ ही संस्था की  व्यवस्थापक समिती को  निष्प्रभावित कर दिया है। इसके साथ ही चुने गए पदाधिकारियों को एक साल के लिए अपात्र  करार दिया गया है। संस्था के कामकाज की देखभाल के लिए सुरेश सरूडकर, प्रशासक पॅनल क्र. बी-२ (१४४२३) को  प्रशासक के तौर पर नियुक्त किया गया है। साथ ही 6 महीने के भीतर संस्था का चुनाव कराने का आदेश सहायक निबंधक चौहान ने किया है।
विदित हो कि सरोवर दल सरोवर दर्शन सोसायटी के पदाधिकारी लगातार मनमानी कर रहे थे। सोसाइटी कि  सभा का आयोजन नियमानुसार नहीं किया जा रहा था।  साथ ही सहकार कायदे का भी उल्लंघन खुलेआम हो रहा था। इन बातों की जानकारी देते हुए संस्था के सभासद जितेंद्र जैन ने देते हुए बताया कि  इसकी शिकायत  सहकार उपनिबंधक से की गई। इतना ही नहीं सहकार उपनिबंधक ने इसको लेकर चेतावनी भी दी थी । लेकिन सोसायटी के पदाधिकारियों पर इस निर्देश का कोई असर नहीं पड़ा।  सोसायटी के पदाधिकारियों ने मनमानी कामकाज चालू रखा।  और तो और कोरोना काल  में भी संस्था के पदाधिकारियों ने जो निर्णय लिए उससे किसी तरह का फायदा नहीं हुआ। बताया गया है कि कोरोना संकट के समय संस्था के पदाधिकारियों ने सभासदों को विश्वास में लिए बिना ही कोरोना के नाम पर बेतुका खर्च किया।
 सोसाइटी के देखभाल के नाम पर पदाधिकारियों ने मनमाना खर्च किया।  जिसकी कोई आवश्यकता नहीं थी।  सभासदों द्वारा इस बात को लेकर समय-समय पर नाराजगी भी व्यक्त की जा रही थी।  परंतु पदाधिकारियों ने इसकी पूरी तरह अनदेखी की।  टकराव की इस स्थिति से बचने के लिए सभासदों ने सहकार उपनिबंधक से इसकी शिकायत की। जैन का कहना है कि  आखिरकार प्रशासनिक स्तर पर इस मामले को गंभीरता से लिया गया। सहकार उपनिबंधक ने की गई शिकायतों के आलोक में विभागीय स्तर पर जांच की तो इन शिकायतों को सही पाया गया । इसके बाद प्रशासनिक स्तर पर सरोवर दर्शन कोऑपरेटिव सोसायटी संस्था के तमाम पदाधिकारियों को तत्काल अपने प्रभाव से निष्प्रभावी कर दिया गया । प्रशासन के इस निर्णय से सोसाइटी के सभासदों में खुशी की लहर देखी जा रही है। साथ ही विश्वास व्यक्त किया गया है कि आगे आने वाले समय में  जो संस्था की नई कमेटी बनेगी वह सोसाइटी का देखभाल निश्चित तौर पर बेहतर तरीके से करेगी । इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसा विश्वास सभासदों ने भी व्यक्त किया है।  झोपडपट्टी पुर्नवसन प्राधिकरण के निबंधक के इस प्रशासनिक निर्णय का  अभिनंदन भी किया जा रहा है। उपरोक्त जानकारी सोसायटी के सभासद जितेंद्र जैन ने दी है। 

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